Wednesday, 27 March 2019

मासूम मुस्कराहट




तेरी मासूम मुस्कराहट को हर दम तलाश करता हूँ,
वो शरारत भरी हसी को हर पल महसूस करता हूँ,

कुछ तो बात है तुम्हारी हसी में,
जो दीवाना बना देती है कुछ ही पलों में,

तुम्हारी मुस्कराहट को देखने का पल पल इंतज़ार है,
उसके इलावा ज़िन्दगी में अब कहा कोई काम है,

तुम्हारी हसी ज़िन्दगी को ज़िंदा कर देती है,
ज़िन्दगी जीने का हर बार इक कारन दे देती है,

हर पल युहीं हस्ती रहो,
हर पल युहीं ही मुस्कराती रहो...

Wednesday, 20 March 2019

तेरी तस्वीर से कुछ बातें कर लेता हूँ




तेरी तस्वीर से कुछ बातें कर लेता हूँ,
जो कुछ है मेरे दिल में उसे हल्का कर लेता हूँ,

तेरी इक मुस्कराहट की उम्मीद हर पल लगा रखता हूँ,
बस उस एक पल के लिए कई पल जी लेता हूँ,

बहुत कुछ है कहने सुनने को तुमसे,
एक दम अलग हो तुम बाकि सबसे,

दिल तुम्हारे पास आने को करता भी है,
और ना जाने क्यों डरता भी है,

कहना बहुत कुछ है तुमसे,
कभी वक़्त निकल के आओ तो मिलने मुझ से,

शायद तुम्हें कभी पा ना पाउँगा,
पर एक तरफ़ा प्यार तो ज़रूर निभाउंगा,

तुम्हारी खुशी में ही खुश हो लूंगा,
बस उसी में सारी जिंदगी जी लूंगा...

Monday, 18 March 2019

ਦਿਲ ਤੈਨੂੰ ਬਾਰ ਬਾਰ ਵੇਖਣ ਨੂੰ ਕਰਿ ਜਾਂਦਾ ਹੈ




ਤੈਨੂੰ ਵੇਖ ਕੇ ਪਤਾ ਨੀ ਕ੍ਯੂਂ ਕੁਛ ਹੋਇ ਜਾਂਦਾ ਹੈ,
ਦਿਲ ਤੈਨੂੰ ਬਾਰ ਬਾਰ ਵੇਖਣ ਨੂੰ ਕਰਿ ਜਾਂਦਾ ਹੈ,

ਤੇਰੀ ਵੀਣੀ ਵਿਚ ਪਾਈ ਵੰਗ,
ਮੇਰਾ ਦਿਲ ਰਹੀ ਮੰਗ,

ਤੇਰੀ ਬੁਲਿਆਂ ਦੇ ਉੱਤੇ ਹਾਸਾ ਬੜਾ ਜਚਦਾ ਹੈ,
ਤੂੰ ਵੀ ਸਾਡੇ ਤੇ ਮਰਦੀ, ਤੇਰੀ ਅੱਖ ਦਾ ਇਸ਼ਾਰਾ ਸਾਨੂ ਦੱਸਦਾ ਹੈ,

ਹੁਣ ਤਾ ਤੇਰੇ ਨਾਲ ਹੀ ਜਿੰਦਗੀ ਜੀਨੀ ਹੈ,
ਹਰ ਪਲ ਦੀ ਖੁਸ਼ੀਆਂ ਨਾਲ ਤੇਰੇ ਹੀ ਪੀਣੀ ਹੈ... 

Sunday, 17 March 2019

करदो सकून तुम अपनी ज़ुल्फ़ों के साये से



दुनिया की ये चका चौंध रौशनी जीने नहीं देती,

करदो सकून तुम अपनी ज़ुल्फ़ों के साये से,



ये भाग दौड़ मुझको मुझ से है छीन लेती,

कस के पकड़ लो मेरा हाथ अपने हाथों से,



आज की इस दुनिया में सच्ची मुस्कराहट कहाँ है मिलती,

अब तो ज़िन्दगी जी रहे हैं तुम्हारी आँखों की शरारतों से,



हमेशा मेरे पास रहो,

हर पल मुझ से कुछ कहो,

बस कहती रहो, कहती रहो, कहती रहो...


Saturday, 16 March 2019

मेरी आँखें हरदम तलाश करती हैं तुम्हारी मुस्कराहट की


मेरी आँखें हरदम तलाश करती हैं तुम्हारी मुस्कराहट की,

तुम्हें ना देखूं तो सकूँन आता नहीं,



ज़िन्दगी का अब तुम एक हसीं हिस्सा बन गयी हो,

जिसे हरदम ढूँटता था वही तुम बन गयी हो,



वो शरारत वो मस्ती,

तुम्हारी इक झलक कहाँ इतनी सस्ती,

कई लम्हों का इंतज़ार है,

कई दुआओं का दौर है,



बस तुम यूँ ही मुस्कराती रहो,

ताकि मैं यु ही जीता रहूँ



कामयाबी युहीं मिलती नहीं, ज़िन्दगी युहीं चलती नहीं



कामयाबी युहीं मिलती नहीं,

ज़िन्दगी युहीं चलती नहीं,



जीना पड़ता है ज़िन्दगी को,

हराना पड़ता है हार को,



जीत का मज़ा ही कुछ निराला है,

ये कहाँ आसानी से आने वाला है,



अपने लक्ष्य को आज ही लिख डालो,

अपने रोम रोम में उसको पी डालो,



बढ़ाओ कदम लक्ष्य की ओर,

लगा दो अपना पूरा ज़ोर,



जिस दिन तुम जीत गए,

तुम, तुम बन गए...