Thursday, 18 April 2019

ज़िन्दगी इक पल में कितना कुछ सीखा जाती है




ज़िन्दगी इक पल में कितना कुछ सीखा जाती है,
कभी कुछ चुरा ले जाती है,
कभी खुशियां बिछा जाती है...

इक अनजान सी हसी ज़िन्दगी का अहम् हिस्सा बन जाती है,
ढेरों ख्वाहिशें, ढेरों सपने नए बुन जाती है,

कहाँ है आसान इन सपनो के बोझ को ढोना,
पर पड़ता तो है सपनो के बीज को बोना,

चल उठ चलें इस दुनिया के ऊपर,
जहा कोई बंधिशें न हों तुझ पर...

Friday, 12 April 2019

नज़र ने नज़र से मुलाकात की



नज़र ने नज़र से मुलाकात की,
बिना कुछ बोले हज़ारो बातें की,

किसी झील सी गहरी तुम्हारी आखों में,
किसी तस्वीर सी कहती तुम्हारी आखों में,
इक अलग एहसास बना देती है मेरे दिल में,
कुछ खास लम्हा बना देती है मेरी ज़िन्दगी में,

कहने को तो बहुत सा मन करता है,
पर हर पल तुम्हारी आखों में खो जाने का मज़ा अपना है,
बस मैं तुम्हे और तुम मुझे देखती रहो यही सपना है...